31.5.21

ज़रा से प्यार को

इस दुनिया को उतना ज्ञान की ज़रूरत नहीं है 
जितना इस मुश्किल समय में प्रेम की है !

हम सारी ज़िदंगी सिर्फ़ प्रेम की तलाश में भटकते है 
हमारे पास सबसे कम प्रेम ही होता है 
और शायद यही वजह की बड़े से बड़ा ज्ञानी और कठोर दिल आदमी / औरत
प्रेम की एक हल्की सी छुवन में भरभरा कर ढह जाता है !

पर  हम इतने कमज़ोर और बुझदिल होते है कि - 
न हम किसी को कह सकते है कि हमें प्रेम की ज़रूरत है 
और न किसी को कर सकते है ... बे-इन्तिहा, बिना शर्त !

और शायद यही वजह हमें concept of love बहुत प्यारा लगता है 
पर हक़ीकत का इश्क़ बड़ी मुश्किल से निभता है 

शायद सही कहा है - 
It takes much more courage to be in love than it does for war.



2 comments:

  1. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 02 जून 2021 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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