22.1.24

सीता सहित अनुज प्रभु आवत।

भगवान श्री रामलला सरकार - अयोध्या धाम
प्रतीक्षा/वनवास ... पाँच सौ वर्षो से अधिक की ! वह संघर्ष जिसमे कितने बलिदान, कितने लोगों के रक्त सरयू में भेंट चढ़े, कितने त्याग, कितनी तपस्या, कितनी आहुतियाँ ! नेत्र हर्ष से सजल है, यह ऐतिहासिक है ! यह दिन काल से परे है !  यह अवसर इतना बड़ा और दिव्य है कि इस पावन घड़ी में शब्द नहीं है ! भाव अपनी अति को प्राप्त हो रहे है ! इन आँखों से इससे सुन्दर दृश्य क्या ही देखा जा सकता है ! यह जीवन धन्य है ! यह दृश्य जिसके लिए पीढियां ख़प गयी ! 

श्रीराम मर्यादा है ! राम महानायक है ! राम अमरनायक है ! राम हमारे शील और संयम है ! राम हमारी आस्था है ! राम हमारे भाग्य है ! राम ब्रह्म है 
श्रीराम हमारे पराकर्म है ! राम हमारे श्रम है ! राम हमारे वैभव है ! भोर से रात्रि तक , जीवन से मृत्यु तक हम बस राम से ही है ! राम हमारे प्राण है ! 
श्रीराम नैतिक है ! राम हमारे उच्चतम प्रतिमान है ! राम जो नित्य है ! राम हमारी संस्कृति है ! श्रीराम हमारे युद्धघोष भी है ! राम शान्ति के पर्याय भी है ! राम न्याय के भी प्रतीक है !
 
राम तुलसी के भी है ! राम वाल्मीकि के भी है ! राम ही सत्ता है ! राम ही सत्य है ! राम ही सर्वोच्च है !
राम निषादराज के भी है ! राम शबरी के भी है ! राम अहिल्या के भी है ! राम विभीषण के भी है ! राम जटायु के भी है ! 
राम हनुमानजी के भी है ! राम नानक जी महराज के भी है ! राम लक्षमण के भी है ! राम भरत के भी है !  राम ऋषि-मुनियों के है ! 
राम सैनिक के भी है ! राम कृषक के भी है ! राम सीमाओं से परे है ! इसीलिए कहा गया है - 'रामहि केवल प्रेम पियारा, जानि लेहु जो जानहि हारा'

श्रीराम से नैतिकता, संयम, साहस और श्रम सीखिए ! श्रीराम से inclusion सीखिए ! 
भगवान श्री रामलला सरकार विराजमान हम सबका कल्याण करें !

जय श्री राम !
22.01.24
© मनीष के.  

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