10.3.24

कहानी

कहने को एक कहानी है यूँ कहूँ तो बेचने को एक कहानी है ! यह कोई अतुकांत कविता नहीं है ! नयी वाली हिंदी का गद्य भी नहीं है ! 'emotions' में लपेटा कोई मर्सिया  भी नहीं है जिसे आधुनिकता के नाम पर मै आपको बहला - फुसला के बेचना चाह रहा हूँ ! इसमें कोई 'Moral-policing' या 'modern-art' का भी छलावा नहीं है ! यह एक  विशुद्ध  कहानी है जिसका किसी भी जीवित या मृतक व्यक्ति से सम्बन्ध महज एक सयोंग होगा ! कहानी जिसमे सब कुछ ढीला छोड़ दिया गया है ! आप डोर को अपनी तरफ़ खींचकर तोड़ सकते है ! या फिर 'Cancel' कर सकते है ! या 'Boycott' भी, अगर आपके पास ' X' और fans है तो  !

कहानी जिसमे सबकुछ बिक रहा है - तेल,साबुन, मंजन से लेकर खून और स्पर्म तक ! कहानी जिसमे बिक रही है - पेंटिंग,मांडला, रंगोली से लेकर दिल, दोस्ती और वफ़ा !
कहानी जिमसे बिक रही है - कविताएँ, खुद कहानी, गज़ल से लेकर नेकी, नियति से दुआ तक ! कहानी जिसमे बेचे जा रहे है - पेड़, जंगल, नदी, झरनों से लेकर परिवार, रिश्तों और अपनों तक !

... अमां यार ! क्या वही पुरानी ढपली - पुराना राग ! तुम कहानी सुना रहो हो या मानव - सभ्यता के जनाजें में पढ़ा जाने वाला मर्सिया सुना रहे हो ! 

ठीक है मुझे माफ़ करे मै कहानी को किसी दूसरी तरफ़ मोड़ता हूँ ! आप कहे तो कहानी में बिल्कुल ताज़ा ( हिंदी में कहे तो -'Fresh-Input') डालता हूँ ! तुमने वह कहानी पढ़ी जिसमे Human-genes को modify करके एक सुपर-मानव का फेज-वन सफल हुआ ! जिसे ऑक्सीजन, वाटर, फूड्स या रिश्तों की ज़रूरत नहीं है ! 

 ... अमां यार फिर वही ! रिश्तों की ज़रूरत तो नहीं वाली कहानी काफी पुरानी है ? तुम भी पुराना माल चिपका रहो हो कहानी में !
 
अरे नहीं बस थोडा 'sensitive-touch' देने के लिए ! ऐसे ही सब बिकता है न ! ख़बर, कहानी, बेवफाई, तानाशाह, सरकार, हुक्मरान से लेकर चपरासी तक ! बस कहानी में थोडा touch चाहिए ! 
Algorithm उसे  promote कर देगी ही !  सारे झूठ-वीर और उठाईगीर इसी कला में ही तो निपुण है ! तभी तो कितने सुपर-मास्टर है जो Algorithm हैक करके सपने बेच रहे है ! 'शिक्षा, ज्ञान, विनम्रता, मानवता और सत्य ' गुमशुदा कर दी है इन सब सुपर-मास्टरों ने अपने curriculum से और मज़े की बात इसकी गुमशुदगी की कोई   रिपोर्ट भी दर्ज नहीं है ! एक्चुअली, SP सर को मास्टर साहब के साथ अगले महीने पॉडकास्ट करना है तो उसकी तैयारी में व्यस्त है ! इंगेजमेंट होगी तभी ब्रांड्स मिलेंगे न ! 

कुछेक लोग चार्टेड प्लेन में जाकर धर्म बेच रहे है ! मुआफी के साथ 'बचा' रहे है ! जाने कब किसका नोटिस आ जाये ! या उनकी ट्रोल आर्मी  - कि बेवकूफ आदमी अब कोई घोड़े से तो जायेगा नहीं इतना दूर ! और उनके समर्थक ताली बजाकर कहेंगे - वाह सर क्या जवाब दिया ! यह साले 'WhatsApp university' वालों को ! क्या तुकबंदी बनायीं है ! बस आप ही आप है ! आप न होते तो कितना अँधियारा था ! और वह फिर किसी नयी जगह धर्म बचाने कैमेरा, रिंग -फ़्लैश ,माइक के साथ अपने चार्टेड प्लेन में रवाना हो जायेंगे ! कसम है आपको जो मोह-माया से दूर नहीं रहे तो ! 

एक कहानी सरकार की भी है ! चलो बस एक लाइन लिखते है - कृपया सर्कस करना बंद कीजिये ! देश बचाइए पर उसके साथ धरती भी ! क्योंकि अभी मंगल पर जाने के हाईवे का टेंडर का धाधली अपने शुरू नहीं की ! तो थोड़ा नदी, पहाड़, झरना, तितली और मानवता बचाइए ! और हां सर्कस बंद नहीं कर सकते है तो थोडा कम कीजिये ! प्लीज ! 

हमेशा सोचता हूँ  एक कहानी प्रेम पर लिखूं ! पर जाति, धर्म, ढ़ोंग, प्रेत, झूठ, फ़रेब और हां  CTC,गोत्र जैसे शब्द मुझे अड़े हाथों लेकर लप्पडीया देते है ! फिर भी चलो एक 'Modern Love Story' try करते है ! एक लड़का है ! एक लड़की है ! दोनों हद दर्ज़े  के झूठे और मक्कार है ! उन्हें सब कुछ चाहिए ! फ्लैट, गाड़ी, ट्रिप्स - उन्होंने सब प्लान करा है ! सिवाय हँसी के , अपनेपन के , दोस्ती के और इमानदारी के ! 

अरे, रुको-रुको मनीष ! फिर वही बात यह तो judgmental कहानी है ! हमें नहीं चाहिए - तुम्हारा घड़े से नदी पार करने वाला प्रेम या किसी टूटी नाव, लाश के भरोसे ! यह सब तो कहानी भी नहीं है ! किद्वान्तियाँ है ! जागो !

पर उसका क्या जिसमे कहते है - 'life is all about values' या चीजें भर लेने से खुशियाँ नहीं आती है ?

अरे य़ार ! तुम्हरी दिक्कत यही है - हमेशा कहानी को पुरानी तर्ज पर कर देते हो ! इसीलिए कोई कहानी बिकती नहीं है ! 

ठीक है फिर मै अगली बार कुछ अलग लिखूंगा ! बस सनद रहे - यह सब कहानी है ! और इसका किसी से कोई सम्बन्ध नहीं  है !

© मनीष के. 

नोट - typo/वर्तनी दोष के लिए माफ़ करे !

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